sidh kunjika Fundamentals Explained



देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः

ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

ओं ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल

नवरात्रि के नौ दिनों तक इसका पालन करना होगा तभी ये पूर्ण फल प्रदान get more info करेगा.

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

इदं तु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे ।

इसके लिए मां दुर्गा के समक्ष घी का दीपक जलाएं. इसे देवी की तस्वीर के दाईं तरफ रखें.

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः

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